पाकिस्तान की फैक्ट्री में गैस रिसाव से जोरदार धमाका, 15 लोगों की मौत
Explosion In Faisalabad
Explosion In Faisalabad: पाकिस्तान के फैसलाबाद के मलिकपुर क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह एक भीषण गैस धमाके ने पूरे इलाके को दहला दिया। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि एक फैक्ट्री के साथ-साथ आसपास की कई इमारतें भी ढह गईं। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार कमिश्नर ऑफिस ने पुष्टि की है कि इस हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हैं।
रेस्क्यू टीमों की शुरुआती जानकारी और बदलता कारण
रेस्क्यू 1122 की शुरुआती रिपोर्ट में दावा किया गया कि दुर्घटना फैक्ट्री के बॉयलर फटने से हुई है, जिससे पूरी इमारत जमींदोज हो गई। हालांकि बाद में स्थिति स्पष्ट करते हुए रेस्क्यू टीम ने बताया कि विस्फोट की असली वजह गैस लीक थी। कमिश्नर राजा जहांगीर अनवर के ऑफिस ने भी इस संशोधित जानकारी को सही ठहराया और बताया कि फैक्ट्री परिसर में कोई बॉयलर स्थापित ही नहीं था।
चार फैक्ट्रियां चपेट में, सात घरों को भी नुकसान
कमिश्नर द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मलिकपुर में चार इंडस्ट्रियल यूनिट चल रही थीं। गैस लीक से उठी आग ने एक के बाद एक कई फैक्ट्रियों को अपनी चपेट में ले लिया। धमाके की तीव्रता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि आसपास के सात घरों की छतें भी गिर गईं, जिससे कई परिवार प्रभावित हुए।
रेस्क्यू ऑपरेशन: मलबे से निकाली गई 15 लाशें
कमिश्नर ऑफिस ने बताया कि अब तक मलबे से 15 शव निकाले जा चुके हैं। रेस्क्यू 1122 द्वारा पूर्व में बताई गई 10 मौतों की संख्या अब बढ़ चुकी है। दस घायलों को एलाइड अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि तीन लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। अधिकारियों ने घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है।
सुबह 5:28 बजे मिली धमाके की खबर
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, कंट्रोल रूम को सुबह 5 बजकर 28 मिनट पर धमाके की सूचना मिली। तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें 20 से अधिक एम्बुलेंस और फायर टेंडर शामिल रहे। जारी वीडियो फुटेज में रेस्क्यू कर्मचारी मलबे में जिंदा लोगों की तलाश में जुटे दिख रहे हैं।
मुख्यमंत्री मरियम नवाज और अन्य अधिकारियों की प्रतिक्रिया
पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और तत्काल विस्तृत रिपोर्ट मांगी। पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल उस्मान अनवर ने सभी विभागों को रेस्क्यू अभियान में पूरी मदद देने का निर्देश दिया और ट्रैफिक पुलिस को इमरजेंसी वाहनों के लिए मार्ग साफ रखने को कहा।
मजदूर संगठनों का रोष और सरकार पर आरोप
नेशनल ट्रेड यूनियन फेडरेशन (NTUF) ने मजदूरों की मौत पर कड़ी नाराजगी जताई। फेडरेशन के महासचिव नासिर मंसूर ने कहा कि फैक्ट्रियां मजदूरों के लिए “मौत का जाल” बन चुकी हैं और यह हादसा असुरक्षित कार्य स्थितियों का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने प्रशासन की क्रिमिनल लापरवाही का आरोप लगाया और पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
NTUF ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को PKR 3 मिलियन मुआवज़ा देने और घायलों के लिए मुफ्त व संपूर्ण इलाज की मांग की है।
पिछले वर्ष भी हुआ था ऐसा हादसा
डॉन की रिपोर्ट बताती है कि पिछले वर्ष अप्रैल में भी फैसलाबाद की एक टेक्सटाइल मिल में स्टीम बॉयलर विस्फोट से दर्जनभर मजदूर घायल हुए थे और पूरी हॉल की छत गिर गई थी। इस बार की घटना ने फिर से सुरक्षा मानकों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।